Jivajirao Scindia Love story in Hindi.जीवाजीराव सिंधिया और विजयाराजे सिंधिया की प्रेम कहानी।

जीवाजी राव सिंधिया की प्रेम कहानी (Jivajirao Scindia Love story in Hindi) बहुत अनूठी है। जीवाजी राव सिंधिया राजवंश से ताल्लुक रखते हैं जबकि उनकी पत्नी विजयाराजे सिंधिया राजपूत परिवार से संबंध रखती है। इसी वजह से उनकी शादी को लेकर शादी से पहले और शादी के बाद में कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। … Read more

महाराजा जीवाजीराव सिंधिया ( Jivajirao Scindia ) का इतिहास और कहानी।

महाराजा जीवाजीराव सिंधिया ( Maharaja Jivajirao Scindia) सिंधिया राजवंश के अंतिम मराठा शासक थे। महाराजा जीवाजीराव सिंधिया ने मेहमानों के लिए भोजन, मदिरा और चटनी परोसने के लिए ग्वालियर के जय विलास पैलेस में खाने की टेबल पर चांदी की एक टॉय ट्रेन रखी। जीवाजीराव सिंधिया का इतिहास /जीवाजी राव की कहानी ( Jivajirao Scindia … Read more

माधो राव सिंधिया ( Great Maharaja Sir Madho Rao scindia of Gwalior) का इतिहास।

महाराजा सर माधो राव सिंधिया ऑफ़ ग्वालियर (Madho Rao scindia) (20 जून 1886 से 5 जून 1925 तक) सिंधिया राजवंश से संबंध रखने वाले ग्वालियर रियासत के महाराजा थे। लगभग 40 वर्षों तक इस पद पर रहे। माधो राव सिंधिया (Madho Rao scindia) पहली बार 1886 में ग्वालियर के महाराजा बने। ब्रिटिश सरकार द्वारा उन्हें … Read more

जयाजीराव सिंधिया ( Jayajirao Scindia) का इतिहास।

महाराजा जयाजीराव सिंधिया (Jayajirao Scindia) ग्वालियर रियासत के राजा थे। 7 फरवरी 1843 से लेकर 20 जून 1886 तक लगभग 43 वर्षों तक शासन किया था। महज़ 9 वर्ष की आयु में इन्हें ग्वालियर रियासत की कमान सौंपी गई। मराठा साम्राज्य के अधीन ग्वालियर रियासत के सिंधिया राजवंश के श्रीमंत जयाजीराव सिंधिया ने ब्रिटिश शासन … Read more

जानकोजी राव सिंधिया द्वितीय ( great Jankoji Rao Scindia II)- ग्वालियर रियासत के 8वें महाराजा।

जानकोजी राव सिंधिया द्वितीय (Jankoji Rao Scindia II) को ग्वालियर रियासत के आठवें महाराजा के रूप में जाना जाता हैं। इन्होंने वर्ष 21मार्च 1827 से लेकर 7 फरवरी 1843 तक लगभग 16 वर्षों तक शासन किया था। जानकोजी राव सिंधिया ii (Jankoji Rao Scindia II) के पिता का नाम पटलोजी राव सिंधिया था। इनसे पहले … Read more

महारानी बैजाबाई सिंधिया ( Great Baiza Bai Scindia )- ग्वालियर की महारानी।

महारानी बैजाबाई सिंधिया ( Baiza Bai Scindia) जिन्हें बाजा बाई या बायजा बाई के नाम से भी जाना है ग्वालियर रियासत की महारानी और बैंकर थी। महारानी बैजाबाई सिंधिया (Baiza Bai Scindia) दौलतराव सिंधिया की तीसरी पत्नी थी, दौलतराव सिंधिया की मृत्यु के पश्चात उन्होंने ग्वालियर प्रशासन में प्रवेश किया। ईस्ट इंडिया कंपनी के मुख्य … Read more

दौलतराव शिंदे ( Daulat Rao Scindia)- ग्वालियर के 7वें मराठा शासक या महाराजा।

दौलत राव सिंधिया/दौलतराव शिंदे (Daulat Rao Scindia) ग्वालियर रियासत के सातवें महाराजा बने।इनकी शासन अवधि 12 फरवरी 1794 से लेकर 21 मार्च 1827 तक रही। दौलत राव सिंधिया के पास कई उपाधियां थी जिनमें ग्वालियर के महाराजा, नैब -वकील -आई -मुल्ताक ( डिप्टी रिजेंट ऑफ़ दी एम्पायर) और अमीर -अल -उमरा ( हेड ऑफ़ द … Read more

मानाजी राव सिंधिया (Manaji rao Scindia) – ग्वालियर रियासत के पाँचवें महाराजा।

मानाजी राव सिंधिया (Manaji rao Scindia) ग्वालियर रियासत के पाँचवें महाराजा बनें। ये लगभग 4 वर्षों तक इस पद पर बने रहे। कादरजी राव सिंधिया के पद त्याग देने के बाद इन्हें इस पद से नवाजा गया। अगर इनके कार्यकाल की बात की जाए तो सन 1764 से लेकर 1768 ईस्वी तक रहा। मानाजी राव … Read more

कादरजी राव सिंधिया (Kadarji Rao Scindia)- ग्वालियर रियासत के चौथे महाराजा।

कादरजी राव सिंधिया (Kadarji Rao Scindia) ग्वालियर रियासत के चौथे महाराजा थे जिन्होंने बहुत ही कम समय के लिए इस पद को संभाला था। 1763 से लेकर 1764 के बीच में वह 1 साल से भी कम समय के लिए ग्वालियर रियासत के महाराजा बने। पानीपत का तीसरा युद्ध (1761) जोकि अहमद शाह अब्दाली और मराठों … Read more

महादजी शिंदे (mahadji shinde) का इतिहास और बायोग्राफी।

महादजी शिंदे (mahadji shinde) सिंधिया वंश के संस्थापक राणोंजी राव शिंदे के अंतिम और पांचवें पुत्र होने के, साथ-साथ मराठा साम्राज्य के एक कुशाग्र बुद्धि, सरल, सहिष्णु और धैर्यशीलता के साथ-साथ उदार व्यक्तित्व के शासक थे, जिन्होंने ग्वालियर रियासत पर शासन किया था। महादजी शिंदे (mahadji shinde) ने 18 जनवरी 1768 से लेकर 12 फ़रवरी … Read more