महाराणा सांगा को एक सैनिक का भग्नावशेष क्यों कहा जाता है?

महाराणा सांगा को एक सैनिक का भग्नावशेष क्यों कहा जाता है यह एक बहुत अच्छा प्रश्न है जिसका जवाब हर कोई जानना चाहता है। इस लेख के माध्यम से हम सबसे पहले यह जानेंगे कि भग्नावशेष का अर्थ क्या होता हैं?

महाराणा सांगा को एक सैनिक का भग्नावशेष क्यों कहा जाता है?
महाराणा सांगा को एक सैनिक का भग्नावशेष क्यों कहा जाता है?

भग्नावशेष का अर्थ-

भग्नावशेष का हिंदी अर्थ देखा जाए तो इसके कई अर्थ निकलते हैं-

1.जिसमें किसी टूटे हुए अर्थात गिरे हुए मकान का अंश.

2. किसी टूटी हुए वस्तु के बचे हुए टुकड़ों को भी भग्नावशेष कहा जाता हैं।

3. भग्नावशेष एकदम सटीक अर्थ होता है, खंडहर।

अब तक हमने भग्नावशेष का अर्थ जान लिया है अब आगे जानेंगे कि महाराणा सांगा के लिए भग्नावशेष का प्रयोग क्यों किया जाता है।

महाराणा सांगा को एक सैनिक का भग्नावशेष क्यों कहा जाता है-

महाराणा सांगा मेवाड़ और हिंदुस्तान के सबसे प्रतापी राजाओं में शामिल है। महाराणा सांगा ने कई युद्ध लड़े और लगातार विजय प्राप्त करते रहे। निरंतर युद्ध लड़ने की वजह से महाराणा सांगा ने अपनी एक भुजा, एक टांग और एक आंख तक को खो दिया था।

महाराणा सांगा और बाबर लड़ा गया खानवा का युद्ध एक ऐतिहासिक युद्ध था जिसमें महाराणा सांगा के शरीर पर 80 घाव लगे थे। 17 मार्च 1527 ईस्वी में मेवाड़ के महाराणा सांगा और मुगल बादशाह बाबर के मध्य खानवा का ऐतिहासिक युद्ध लड़ा गया था।

अब हम अपने टॉपिक पर आते हैं, हर समय देश की आन बान और शान के लिए युद्धरत होने के कारण और शरीर पर हर समय घाव लगे होने के कारण महाराणा सांगा को एक सैनिक का भग्नावशेष कहा जाता है।

सबसे पहले प्रसिद्ध इतिहासकार कर्नल जेम्स टॉड ने महाराणा सांगा को सैनिक भग्नावशेष कहा था।

तो दोस्तों इस लेख के माध्यम से आपने जाना की महाराणा सांगा को एक सैनिक का भग्नावशेष क्यों कहा जाता है। (Maharana Sanga ko ek Sainik ka bhagnavshesh kyon kaha jata hai) अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो कमेंट करके अपनी राय दें, साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर करें धन्यवाद।

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