महाराणा विक्रमादित्य का इतिहास (Maharana Vikramaditya History In Hindi)- राणा सांगा मेवाड़ के पुत्र।
महाराणा विक्रमादित्य सिंह (Maharana Vikramaditya), रतन सिंह द्वितीय की मृत्यु के पश्चात मेवाड़ के उत्तराधिकारी थे। मेवाड़ के सरदारों और उमराव ने मिलकर रणथंभोर में रहने वाली हाड़ी कर्मवती को मेवाड़ में आमंत्रित किया, क्योंकि मेवाड़ के महाराणा रतन सिंह द्वितीय की मृत्यु के पश्चात महाराणा विक्रमादित्य (Maharana Vikramaditya) ही मेवाड़ के सच्चे उत्तराधिकारी थे। … Read more